Mohsin Naqvi पर नाराज़गी, Asia Cup Trophy को लेकर उठे सवाल क्रिकेट सिर्फ़ मैदान पर खेला जाने वाला खेल नहीं, बल्कि करोड़ों फैंस की भावनाओं का हिस्सा है। हर टूर्नामेंट, हर ट्रॉफी और हर फैसला खिलाड़ियों और दर्शकों के दिलों से जुड़ा होता है। लेकिन कभी-कभी ये भावनाएँ खेल से हटकर बोर्डरूम की मीटिंग्स में भी झलकती हैं। हाल ही में एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की बैठक में कुछ ऐसा ही हुआ, जब BCCI के ex-officio अधिकारी ने मीटिंग को बीच में ही छोड़ दिया। वजह थी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) चेयरमैन Mohsin Naqvi की चुप्पी और ट्रॉफी पर उठे सवालों का कोई स्पष्ट जवाब न मिलना।
BCCI की नाराज़गी का बड़ा कारण
बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधि ने एशिया कप ट्रॉफी को लेकर सीधे सवाल उठाए। उम्मीद थी कि PCB के नए चेयरमैन Mohsin Naqvi कोई स्पष्ट जवाब देंगे।लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक़ नक़वी इस मुद्दे पर गोलमोल जवाब देते रहे और असली स्थिति पर कोई क्लैरिटी नहीं दे पाए। यही वह पल था जब BCCI का अधिकारी गुस्से में मीटिंग छोड़कर बाहर चला गया।
Mohsin Naqvi की चुप्पी से और गहराया विवाद
यह कोई सामान्य घटना नहीं है। एशिया कप जैसी बड़ी ट्रॉफी को लेकर जब सवाल उठे और PCB चेयरमैन Mohsin Naqvi ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया, तो इसका असर सीधा भारत-पाक क्रिकेट रिश्तों पर पड़ा। पहले ही दोनों देशों के बीच खेल संबंध तनावपूर्ण रहे हैं और अब यह नया विवाद रिश्तों में और खटास घोल सकता है।
फैंस की प्रतिक्रिया: “ट्रॉफी सिर्फ़ कप नहीं, सम्मान है”
भारतीय फैंस का कहना है कि एशिया कप ट्रॉफी सिर्फ़ एक कप नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की मेहनत, जज़्बे और देश के सम्मान का प्रतीक है। ऐसे में जब इस पर कोई सवाल खड़ा हो और सामने वाला बोर्ड साफ़-साफ़ जवाब न दे, तो निराशा होना स्वाभाविक है। सोशल मीडिया पर भी कई फैंस ने Mohsin Naqvi को निशाने पर लिया और उनसे पारदर्शिता की मांग की।
आने वाले टूर्नामेंट्स पर असर
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह विवाद लंबा खिंचता है, तो इसका असर आने वाले टूर्नामेंट्स, विशेषकर भारत और पाकिस्तान के मैचों पर पड़ सकता है। ACC के भीतर भी मतभेद गहराने की संभावना है। बोर्ड्स के बीच संवाद और पारदर्शिता की कमी खिलाड़ियों और फैंस दोनों को नुकसान पहुँचा सकती है।
डिस्क्लेमर
यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। इसमें व्यक्त विचार केवल सूचनात्मक उद्देश्य से साझा किए गए हैं। आधिकारिक पुष्टि के लिए संबंधित संस्थाओं के बयानों का इंतज़ार किया जाना चाहिए।
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